

राजनीति चमकाने के लिए समाजसेवा का इस्तेमाल दुर्भाग्यपूर्ण : पुष्पेंद्र वर्मा
सदर विधायक आशीष , पूर्व विधायक राणा व पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर साधा निशाना
रजनीश शर्मा । हमीरपुर
हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस नेता पुष्पेंद्र वर्मा ने कहा है कि समाजसेवा के नाम पर राजनीति चमकाना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने आरोप लगाया कि महिलाओं के सम्मान के नाम पर भीड़ जुटाई जा रही है, जबकि वास्तविक सम्मान उनकी प्राथमिकता में नहीं है।
सर्किट हाउस हमीरपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए वर्मा ने कहा कि जिन लोगों के मंच पर महिलाओं का सम्मान हो रहा है, उनके नेता खुद महिलाओं के प्रति कितने सम्मानजनक हैं, यह जनता अच्छी तरह जानती है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा— “आधे विधायक तो गंभीर आरोपों के बाद छिप रहे हैं और ये लोग महिलाओं का कितना सम्मान करते हैं, इसका सबको पता है।”
जयराम ठाकुर पर भी तीखा वार
पुष्पेंद्र वर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर हमला बोलते हुए कहा कि अपने कार्यकाल में जयराम ने हमीरपुर को नजरअंदाज किया। डॉक्टर पुष्पेंद्र वर्मा ने कहा — “पांच साल तक जयराम ने हमीरपुर की तरफ देखा तक नहीं। जो व्यक्ति हमीरपुर को एक पैसा तक न दे पाया, उसकी बल्ले बल्ले कर राजनीति चमकाई जा रही है,”
उन्होंने आरोप लगाया कि एक एनजीओ के मंच से मुख्यमंत्री सहित सरकार पर अनर्गल आरोप लगाए जा रहे हैं, जबकि राजनीति में संयम अत्यंत आवश्यक है।
सुक्खू सरकार की तारीफ
पुष्पेंद्र वर्मा ने कहा कि वर्तमान सरकार ने कठिन आर्थिक परिस्थितियों में भी लोगों को राहत पहुंचाने का काम किया है। “58 साल वाली नौकरी भी मिल रही है, वन मित्र , रोगी मित्र और बिजली मित्रों को अग्निवीरों की तरह चार साल बाद घर नहीं भेजा जाएगा। जयराम सरकार 75 हजार करोड़ का कर्ज छोड़ कर गई, उसकी भरपाई करना आसान नहीं था।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आपदा प्रभावितों की सहायता राशि बढ़ाकर 8 लाख रुपये कर दी है। मंडी में सराज क्षेत्र के लोगों को भी राहत दी गई। हिमकेयर योजना में चल रही धांधलियों पर रोक लगाई गई।
“पहले केंद्र से 1500 करोड़ लेकर आएं”
कांग्रेस नेता पुष्पेंद्र वर्मा ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जो नेता आज बड़े-बड़े मंच लगाकर राजनीतिक बयानबाज़ी कर रहे हैं, उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास जाकर हिमाचल के लिए 1500 करोड़ रुपये लेकर आने चाहिए। उन्होंने कहा कि जीएसटी में राज्य के हजारों करोड़ रुपये फंसे हैं, जिनकी वापसी बेहद आवश्यक है।

चयन आयोग और नियुक्तियों पर भी बोले
वर्मा ने कहा कि स्टाफ सिलेक्शन बोर्ड को लेकर सदर विधायक पहले बड़े-बड़े बयान देते थे, जबकि अब बोर्ड फिर से पूरी पारदर्शिता के साथ टेस्ट भी कर रहा है और भर्तियां भी कर रहा है।
उन्होंने कहा कि लोन की कैंपिंग की जिम्मेदारी भी वही लोग उठाएंगे जो आज नहले दहले बनकर घूम रहे हैं। डॉक्टर वर्मा ने कहा कि संस्थाओं का राजनीति से दूर रहना जरूरी है। सम्मान के नाम पर भीड़ बुलाकर राजनीति नहीं होनी चाहिए।

Author: Polkhol News Himachal









