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शून्य से शताब्दी तक राष्ट्र निर्माण की गौरवमयी गाथा

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शून्य से शताब्दी तक राष्ट्र निर्माण की गौरवमयी गाथा

संजय ठाकुर । ऊहल 

विजयदशमी के उपलक्ष्य पर एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी स्थापना वर्ष के अवसर पर खंड पटलान्दर, स्थान कुठेड़ा में शस्त्र पूजा एवं पथ संचलन का भव्य आयोजन किया गया।

1925 में नागपुर में डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार द्वारा स्थापित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने बीते 100 वर्षों में समाज और राष्ट्र के प्रति अनुशासन, सेवा और राष्ट्रभक्ति की भावना को प्रबल किया है। हेडगेवार के बाद गुरुजी माधव सदाशिव राव गोलवलकर ने ‘इदं राष्ट्राय, इदं न मम’ का संदेश देकर संघ को नई दिशा दी।

 

शताब्दी यात्रा में संघ ने लाखों स्वयंसेवकों को “राष्ट्र प्रथम” की भावना से जोड़कर समाज सेवा का मार्ग दिखाया है। प्राकृतिक आपदा हो या राष्ट्रीय संकट, संघ के स्वयंसेवक हमेशा सेवा और सहयोग के लिए सबसे आगे खड़े दिखाई देते हैं।

 

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