

राष्ट्रीय सेवा योजना – राष्ट्र निर्माण में युवाओं का संकल्प
रजनीश शर्मा | हमीरपुर
राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) आज के युग में युवाओं के व्यक्तित्व विकास का सशक्त माध्यम है। यह योजना केवल एक औपचारिक गतिविधि नहीं, बल्कि समाज और राष्ट्र के प्रति दायित्व निभाने का एक पवित्र अवसर है। एन.एस.एस. के स्वयंसेवक मानव सेवा को अपना सर्वोच्च धर्म मानते हैं और समाज हित में कार्य करके आत्मसंतोष प्राप्त करते हैं। यही कारण है कि इस योजना से जुड़ने पर विद्यार्थी के व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास होता है उसका बौद्धिक स्तर ऊँचा उठता है, चरित्र में दृढ़ता आती है और आत्मविश्वास प्रबल होता है।
एनएसएस युवाओं को जमीनी स्तर पर समाज से जोड़ता है। यह उन्हें लोगों की वास्तविक कठिनाइयों से अवगत कराता है और सेवा, सहयोग व त्याग जैसे मूल्यों को आत्मसात करने का अवसर देता है। सचमुच, यह योजना युवाओं के जीवन में उमंग, ऊर्जा और सकारात्मकता का संचार करती है। और इसी कड़ी में राष्ट्रीय सेवा योजना दिवस पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टौणी देवी में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के स्वयंसेवकों ने परिसर को संवारा और राष्ट्र सेवा एवं एकता की शपथ ली। पूरे परिसर में उत्साह, अनुशासन और राष्ट्रभक्ति का अद्भुत समन्वय दिखाई दिया। प्रधानाचार्य रजनीश रांगड़ा ने अपने प्रेरणादायी संबोधन में कहा “शिक्षा से समाज सेवा और समाज सेवा से शिक्षा” ही एक सच्चे स्वयंसेवक का मूल लक्ष्य होना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि युवाओं को अवश्य एनएसएस से जुड़ना चाहिए, क्योंकि व्यक्ति का वास्तविक कल्याण तभी संभव है जब वह समाज के कल्याण के लिए कार्य करता है।
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स्वयं का श्रेय त्यागकर दूसरों की सफलता को ही अपनी सफलता मानना ही एनएसएस की सच्ची भावना है।कार्यक्रम अधिकारी श्री विजय कुमार ने एनएसएस के आदर्श वाक्य “मुझको नहीं, तुमको” की व्याख्या करते हुए विद्यार्थियों को इसके गहरे संदेश से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि यह योजना महात्मा गांधी के समाजसेवा और राष्ट्र निर्माण के विचारों से प्रेरित है और इसी भावना से विद्यार्थियों को देशहित में योगदान देने के लिए तैयार करती है। स्वयंसेविका खुशी चौहान ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि एनएसएस युवाओं और महिलाओं को सशक्त बनाकर उन्हें हर क्षेत्र में अग्रणी बनाने का लक्ष्य रखता है।
यह न केवल समाज सेवा का अवसर देता है बल्कि सकारात्मक सोच और दृढ़ संकल्प के साथ सफलता प्राप्त करने का मार्ग भी दिखाता है।कार्यक्रम में विद्यालय के सभी अध्यापकगण सक्रिय रूप से उपस्थित रहे, जिनमें रीता, राजेश, संजीव, सुरेश, लीना, पवन, भूपिंदर और संजय इत्यादि ने स्वयंसेवकों का उत्साहवर्धन किया और इस पहल को राष्ट्र निर्माण की दिशा में सार्थक कदम बताया। निस्संदेह, राष्ट्रीय सेवा योजना केवल युवाओं का कार्यक्रम नहीं, बल्कि भविष्य के भारत की आशा और ऊर्जा है। यह योजना हमें याद दिलाती है कि राष्ट्र की प्रगति तभी संभव है जब युवा अपनी शक्ति, समय और ज्ञान समाज सेवा के लिए समर्पित करें।


Author: Polkhol News Himachal









