

सुजानपुर में साहसिक पर्यटन की संभावना को मिला बल, जोल-पलाही से सात किमी तक ब्यास नदी राफ्टिंग के लिए उपयुक्त घोषित
रजनीश शर्मा। हमीरपुर
सुजानपुर क्षेत्र में साहसिक पर्यटन का सपना अब साकार होने की दहलीज़ पर है। अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान मनाली की विशेषज्ञ टीम ने ब्यास नदी के जोल-पलाही से आगे लगभग सात किलोमीटर के हिस्से को रिवर राफ्टिंग के लिए तकनीकी रूप से सुरक्षित और पूरी तरह अनुकूल पाया है। इसके बाद क्षेत्र में एडवेंचर टूरिज्म और रोजगार के नए अवसर तेज़ी से खुलने की उम्मीद है।
निरीक्षण टीम ने नदी के जलस्तर, प्रवाह की तीव्रता, सुरक्षा मानकों, एंट्री-एग्ज़िट प्वाइंट और सड़क नेटवर्क की गहन जांच की। सभी पैरामीटर्स राफ्टिंग गतिविधियों के लिए आदर्श पाए जाने के बाद अब प्रशासन औपचारिकताओं को पूरा करने में जुट गया है। एसडीएम सुजानपुर विकास शुक्ला ने बताया कि सरकार के निर्देश मिलते ही राफ्टिंग शुरू करने की प्रक्रिया आगे बढ़ जाएगी।
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इस पहल से सुजानपुर में पर्यटन को नया आयाम मिलने जा रहा है। राफ्टिंग शुरू होने से स्थानीय युवाओं के लिए गाइड, लाइफ गार्ड, सुरक्षा दल, कैंपिंग, टेंट हाउसिंग, ढाबों, दुकानों और ट्रांसपोर्ट क्षेत्र में बड़े पैमाने पर रोजगार सृजित होगा। नदी के साथ-साथ मुख्य सड़क की मौजूदगी पर्यटकों की आवाजाही और राफ्टिंग संचालन को और सुगम बनाएगी।
प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर ब्यास नदी का यह हिस्सा अब साहसिक गतिविधियों और स्थानीय विकास का नया केंद्र बनने को तैयार है। सुजानपुर में पर्यटन और व्यापार की रफ्तार बढ़ने के साथ यह क्षेत्र एडवेंचर टूरिज्म का उभरता हुआ हॉटस्पॉट साबित हो सकता है।


Author: Polkhol News Himachal









