

भोरंज की प्रोमिला की पीड़ा : खामोशी में छिपा दर्द, समर्थक जुड़े , सत्ता दूर रही
रजनीश शर्मा । हमीरपुर
दो बार जिला परिषद सदस्य, बीडीसी सदस्य और एक बार कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में विधानसभा चुनाव लड़ चुकी तेजतर्रार नेत्री प्रोमिला आजकल राजनीतिक मंचों से दूर हैं। महिला आयोग की सदस्य रही प्रोमिला भोरंज क्षेत्र में हमेशा सक्रिय और प्रभावशाली चेहरा मानी जाती रही हैं, मगर वर्तमान में वह बिल्कुल शांत दिख रही हैं।
पारिवारिक जिम्मेदारियों और कुछ अप्रत्याशित परिस्थितियों ने इस सक्रिय नेत्री को कदम पीछे करने पर मजबूर कर दिया है। यह वही प्रोमिला हैं जिन्होंने केंद्रीय मंत्री रहे और सांसद अनुराग ठाकुर और दो बार के मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के गृह क्षेत्र—समीरपुर—से लगातार दो बार कांग्रेस के पक्ष में जिला परिषद सीट दिलाई। उनकी जीत का सिलसिला बाद में उनकी उत्तराधिकारी संगीता ने भी जारी रखा, मगर गत पंचायती राज चुनावों में यह सीट कांग्रेस से खिसककर पवन कुमार के पास चली गई।
पोल खोल न्यूज़ चैनल से बातचीत में प्रोमिला स्वयं वर्तमान व्यवस्था और उपेक्षा से निराश दिखाई दीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार से उन्हें कई अपेक्षाएं थीं, लेकिन कठिन समय में पार्टी से किसी ने सुध तक नहीं ली।
प्रोमिला का कहना है कि आने वाले पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव में वह शायद हिस्सा न लें। “जब मेरे परिवार पर मुसीबतें आईं, किसी ने फोन तक नहीं किया,” उन्होंने दर्द बयां किया। उन्होंने यह भी कहा कि वह आज भी जनता और अपने क्षेत्र से गहराई से जुड़ी हैं, लेकिन लोगों के काम करवाने में लगातार अड़चनें आ रही हैं।
फिर भी उनका कांग्रेस से जुड़ाव अटूट है। प्रोमिला ने साफ कहा—
“मेरा राजनीति में पदार्पण कांग्रेस में हुआ था, और अंतिम सांस तक कांग्रेस में ही रहूंगी।”
Author: Polkhol News Himachal









