

लेपटॉप योजना से निजी स्कूलों के मेधावी छात्रों को बाहर करने के फैसले का विरोध
प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट वेलफेयर एसोसिएशन ऑफ हिमाचल प्रदेश ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस
रजनीश शर्मा। हमीरपुर
प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट वेलफेयर एसोसिएशन ऑफ हिमाचल प्रदेश ने राज्य सरकार द्वारा लेपटॉप योजना से निजी स्कूलों के मेधावी छात्रों को बाहर करने के फैसले का कड़ा विरोध किया है। एसोसिएशन ने कहा कि पिछले 18 वर्षों से यह योजना सरकारी और निजी, दोनों स्कूलों के मेधावी बच्चों को समान रूप से लाभ दे रही थी, लेकिन अब निजी स्कूलों के छात्रों को इससे अलग करना पूरी तरह अनुचित है।
एसोसिएशन ने कहा कि मान-सम्मान देने में ऐसी विभाजन रेखाएं नहीं होनी चाहिए और इस निर्णय से निजी स्कूलों के मेधावी विद्यार्थी सम्मान से वंचित हो जाएंगे। एसोसिएशन ने शिक्षा विभाग और शिक्षा मंत्री से इस फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की है।
प्रदेश अध्यक्ष जगजीत सिंह ठाकुर ने कहा कि हिमाचल की शिक्षा रैंकिंग सुधरने में निजी स्कूलों का भी बड़ा योगदान है मेरिट सांझी बनती है, अलग नहीं। मेरिट में आने वाले बच्चे भी इसी प्रदेश के हैं, उनके सम्मान में भेदभाव नहीं होना चाहिए।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि स्कूल टूर्नामेंट में भी निजी स्कूलों के छात्रों के साथ भेदभाव होता है। राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में निजी स्कूलों के बच्चों के लिए डाइट मनी का खर्च निजी स्कूलों से मांगा जाता है, जबकि सरकारी स्कूलों के छात्रों का खर्च सरकार वहन करती है।
जगजीत ठाकुर ने कहा कि एसोसिएशन जल्द ही शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री से मुलाकात करेगी और आवश्यकता पड़ी तो मेधावी छात्रों के हक के लिए आंदोलन भी करेगा।
ये रहे प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपस्थित
इस मौके पर जगजीत सिंह ठाकुर, प्रदेश अध्यक्ष, देवराज वर्मा (जिलाध्यक्ष हमीरपुर), अमित ठाकुर (प्रदेश सचिव), राजेश सिंह (प्रदेश महासचिव), अनिल ठाकुर (प्रदेश कोषाध्यक्ष),
निष्पक्ष भारती (प्रदेश मीडिया कोऑर्डिनेटर), पंकज लखनपाल (जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष), ललित मोहन (भोरंज ब्लॉक अध्यक्ष), संजय कुमार (सुजानपुर ब्लॉक अध्यक्ष), दीप धीमान (बिझड़),
दिनेश ब्यास सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।


Author: Polkhol News Himachal









