

हमीरपुर के एक गांव में ‘अजब-गजब’ शराबी की लीला खत्म! पुलिस की ‘सेवा’ से सद्बुद्धि का सूर्योदय
रजनीश शर्मा। हमीरपुर

हमीरपुर जिला का एक गांव पिछले कई महीनों से एक शराबी की अनोखी हरकतों का अखाड़ा बना हुआ था। कभी नंगे होकर अश्लील हरकतें, कभी आधी रात को ढोल पीटकर गांव की नींद उड़ाना… मानो मनोरंजन का ठेका अकेले उसी ने ले रखा हो। परेशान ग्रामीणों ने आखिरकार पुलिस की शरण ली।

सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची, तो महाशय ने पूरे आत्मविश्वास और देह पर तेल लपेटकर घोषणा कर दी—
“तेल मल लिया है… जहां ले जाना ले जाओ!”
फिर क्या था, पुलिस ने भी कहा— “चलो, तुम ही सही।”
उन्हें सम्मानपूर्वक थाना ले जाया गया, जहां कानून का पूर्ण आदर करते हुए बीच-बीच में ‘खूब सेवा’ भी हो गई।
इधर खबर सुनकर रिश्तेदार भी हालचाल लेने पहुंच गए— गांव वालों का कहना है, “इतनी पूछताछ तो शादी में भी नहीं होती जितनी उसकी आज हो रही है।”
थाने की हवा, रिश्तेदारों की मौजूदगी और गांव वालों की नाराज़गी— तीनों के ताबड़तोड़ प्रभाव से अब शराबी की बोलती बंद है। गांव वाले भी संतुष्ट हैं— “अब ढोल भी नहीं बजता, और हरकतें भी सुधार मोड में हैं।”
गांव में शांति लौट आई है। ढोल, नंगापन और अश्लीलता— फिलहाल सब विश्राम पर हैं।


Author: Polkhol News Himachal









