

तरकबाड़ी में पत्रकारिता छोड़ सफल व्यवसायी बने मुनीश
गांव मंझोट के निवासी युवाओं के लिए बने प्रेरणास्रोत
रजनीश शर्मा। हमीरपुर
हमीरपुर जिला के भोरंज उपमंडल के तरकबाड़ी कस्बे के रहने वाले मुनीश की कहानी आज युवाओं के लिए मिसाल बन गई है। जिला हमीरपुर के गांव मंझोट, पंचायत स्वाहल के निवासी मुनीश ने 2010 में पत्रकारिता छोड़कर स्वरोजगार की राह चुनी और मात्र एक किराए की दुकान से अपने व्यवसाय की शुरुआत की।
मुनीश ने साईं क्लॉथ हाउस के नाम से तरकबाड़ी में कपड़ों की दुकान खोली। उस समय बाजार में पहले से कई स्थापित व्यापारी मौजूद थे, लेकिन मुनीश ने क्वालिटी और स्टैंडर्ड को प्राथमिकता दी। ग्राहकों को बेहतर कपड़ा और भरोसेमंद व्यवहार मिलने लगा, जिससे उनका कारोबार तेजी से बढ़ा। मुनीश की धर्मपत्नी और पिता का सहयोग भी उनकी सफलता का आधार बना।
कुछ ही वर्षों में मेहनत और लगन के दम पर मुनीश ने तरकबाड़ी बाजार के बीचोंबीच जमीन खरीदी और वहां तीन मंजिला भवन तैयार किया। इसके बाद उन्होंने नए भवन में व्यवसाय का विस्तार करते हुए एक और दुकान शुरू की। आज उनका व्यापार तरकबाड़ी के प्रमुख व्यवसायों में शामिल है।
समाजसेवा में भी अग्रणी

व्यवसाय की व्यस्तताओं के बावजूद मुनीश ने सामाजिक सरोकारों से दूरी नहीं बनाई। उन्होंने गांव में 15 स्वयंसेवकों का एक समूह तैयार किया है, जो गांव में हर सुख-दुख और सामाजिक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाता है।
पशुपालन से भी गहरा लगाव
मुनीश का पशुपालन से भी पुराना जुड़ाव है। आधुनिक व्यवसाय चलाने के बावजूद वह आज भी घर पर अच्छी नस्ल की दो गायें पालते हैं और उनकी देखभाल सुबह शाम स्वयं करते हैं।
युवाओं को नशे से दूर रहने का संदेश
मुनीश युवा पीढ़ी को नशे से दूर रहने और मेहनत के दम पर आगे बढ़ने का संदेश देते हैं। वे करीब आधा दर्जन लोगों को रोजगार प्रदान कर चुके हैं, जिससे स्थानीय युवाओं को भी आर्थिक सहारा मिला है।

मुनीश की कहानी इस बात का उदाहरण है कि ईमानदारी, मेहनत और सकारात्मक सोच के साथ कोई भी व्यक्ति जीवन में आगे बढ़ सकता है। समाज, व्यापार और युवा वर्ग—तीनों के लिए वह आज एक प्रेरणास्रोत बनकर उभर रहे हैं।







Author: Polkhol News Himachal









