

राज्य के मेडिकल कॉलेजों में 35 डिजिटल रेडियोग्राफी इकाइयां और दो-दो सीटी मशीनें स्थापित होंगी : मुख्यमंत्री सुक्खू

पोल खोल न्यूज़। शिमला
हिमाचल प्रदेश सरकार ने सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में नैदानिक सुविधाओं को सुदृढ़ बनाने के लिए एक व्यापक कार्य योजना तैयार की है। इसके तहत अत्याधुनिक डायग्नोस्टिक उपकरण स्थापित करने, बीमारियों का सटीक और समय पर पता लगाने तथा मरीजों को शीघ्र उपचार उपलब्ध कराने के लिए 213.75 करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने स्वास्थ्य विभाग को राज्यभर के अस्पतालों में बड़े पैमाने पर आधुनिकीकरण की योजना लागू करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि आईजीएमसी शिमला, चमियाना अस्पताल, नेरचौक मेडिकल कॉलेज, नाहन मेडिकल कॉलेज और चंबा मेडिकल कॉलेज के लिए 95 करोड़ रुपये की लागत से पांच उच्च-रिजोल्यूशन एमआरआई मशीनें खरीदी जा रही हैं। इसके अलावा, सात मेडिकल कॉलेजों में 28 करोड़ रुपये की लागत से दो-दो उन्नत सीटी इमेजिंग मशीनें स्थापित की जाएंगी।
साथ ही 8.75 करोड़ रुपये की लागत से 35 डिजिटल रेडियोग्राफी इकाइयां (प्रत्येक मेडिकल कॉलेज में पांच), 14 करोड़ रुपये की लागत से 14 सीलिंग-सस्पेंडेड डीआर एक्स-रे मशीनें, तथा 14 करोड़ रुपये की लागत से दो उन्नत अल्ट्रासाउंड इमेजिंग मशीनें भी लगाई जाएंगी।

इसके अतिरिक्त, सात मेडिकल कॉलेजों में 14 करोड़ रुपये की लागत से 7 डिजिटल मेमोग्राफी इकाइयां लगाई जा रही हैं। इन कॉलेजों और कमला नेहरू अस्पताल शिमला में 40 करोड़ रुपये की लागत से 8 इमेजिंग आर्काइव एंड रिट्रीवल टेक्नोलॉजी सिस्टम (PACS) भी स्थापित किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्नत नैदानिक ढांचे के साथ-साथ, राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के अन्य पहलुओं को भी मजबूत कर रही है। डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ और तकनीशियनों के रिक्त पदों को भरकर स्वास्थ्य कर्मचारियों की कमी दूर की जा रही है।
Author: Polkhol News Himachal









