

Exclucive पंचायतनामा : लम्बलू पंचायत में फिर गड़बड़ियां उजागर, बिल किसी के पेमेंट किसी और के खाते में, बीडीओ ने प्रधान और सचिव को 7 दिन में जवाब देने का भेजा नोटिस
रजनीश शर्मा । हमीरपुर
लगातार सुर्खियों में चल रही बमसन ब्लॉक की ग्राम पंचायत लम्बलू में एक बार फिर से वित्तीय अनियमिताओं का भंडाफोड़ हुआ है। विकास खंड अधिकारी बमसन ने इस पर सख्ती दिखाते हुए ग्राम पंचायत प्रधान करतार चौहान और पंचायत सचिव विनीत कुमार को नोटिस भेज स्पष्टीकरण मांगा है। यह नोटिस 4 अक्टूबर को क्रमांक संख्या 14421- 22/04- 10- 2025 को कार्यालय खंड विकास अधिकारी बमसन स्थित टौणी देवी से जारी हो चुका है। यहां बिल किसी और के नाम बने हैं और पेमेंट किसी और के खाते में जाने की पोल खुली है।
पोल खोल न्यूज चैनल के पास पुख्ता सबूतों से प्राप्त जानकारी है कि पंचायत समिति ग्रांट-इन-ऐड कार्यों के निष्पादन व भुगतान में प्रक्रियागत तथा वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में यह स्पष्टीकरण मांगा गया है। हमारे पास उपलब्ध नोटिस की कॉपी के मुताबिक ग्राम पंचायत प्रधान तथा पंचायत सचिव को निम्नलिखित आपत्तियों पर अपना पक्ष क्लीयर करना होगा …….

1 यह पाया गया कि पंचायत समिति ग्रांट-इन-ऐड के तहल संपादित कुछ कार्य (सूची संलग्न) ग्राम पंचायत लम्बलू द्वारा करवाए गये। उक्त कार्यों के लिए सामग्री की खरीद “शर्मा ग्लास हाउस, लम्बलू” नामक फर्म, जिसका स्वामित्व सतपाल शर्मा का है (GST रजिस्ट्रेशन सलंगन), से की गई। इन कार्यों के बिलों पर तिलक राज, सदस्य पंचायत समिति बमसन के हस्ताक्षर हैं। साथ ही साथ, इन्हीं बिलों पर अंकित पास आर्डर पर सचिव लम्बलू और प्रधान लम्बलू के हस्ताक्षर भी दर्शित हैं।
2. उल्लेखनीय है कि इन बिलों के भुगतान में गंभीर विसंगति पाई गई, जहाँ भुगतान “शर्मा हार्डवेयर एंड सैनिटरी हाउस, लम्बलू” (स्वामित्वः श्रीमती कमलेश शर्मा, पत्नी श्री तिलक राज, सदस्य पंचायत समिति बमसन) के पक्ष में अदा किया गया। (बिलों एवं भुगतान वाउचर की प्रतियाँ संलग्न)
3. बिल की फर्म और भुगतानकर्ता के बीच यह असंगति वित्तीय अनुशासन की गंभीर चूक है, जिससे हितों के टकराव और ग्रांट-इन-ऐड की पारदर्शिता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगते हैं।

बीडीओ बमसन के मुताबिक नोटिस में प्रधान और सचिव को निर्देशित किया गया है कि इस नोटिस की प्राप्ति की तिथि से 07 दिन के भीतर इन प्रमाणित प्रक्रियागत व वित्तीय अनियमितताओं के लिए आप पर क्यों न अनुशासनात्मक अथवा विधिक कार्रवाई की जाये इसका स्पष्टीकरण/उत्तर इस कार्यालय में प्रस्तुत करें। अपना लिखित उत्तर एवं कोई भी आवश्यक दस्तावेज निर्दिष्ट समय-सीमा में संलग्न करें। समय पर जवाब न मिलने या असंतोषजनक उत्तर प्राप्त होने पर नियमों के अंतर्गत अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
इस नोटिस के बाद पंचायत में खलबली मची हुई है। लोग पूछ रहे हैं कि ईमानदारी का मुखौटा लगा आखिर लंबलू पंचायत में ऐसी कितनी गड़बड़ियां और गैर कानूनी कार्य पंचायत के संरक्षण में हुए हैं।


Author: Polkhol News Himachal









