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शारदीय नवरात्रि के तीन दिन 24 घंटे खुले रहेंगे ज्वालामुखी मंदिर के कपाट

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शारदीय नवरात्रि के तीन दिन 24 घंटे खुले रहेंगे ज्वालामुखी मंदिर के कपाट

पोल खोल न्यूज़ । कांगड़ा

शारदीय नवरात्रि के अवसर पर शक्तिपीठ ज्वालामुखी में भक्तों की भीड़ उम्मीद से थोड़ी कम है। नवरात्रि में मंदिर में भक्तों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं, जिससे उन्हें सुचारू रूप से दर्शन का लाभ मिल सके। मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुगमता को ध्यान में रखते हुए छठी, सप्तमी और अष्टमी के दिन मंदिर को 24 घंटे खुला रखने का निर्णय लिया है। इससे भक्त बिना किसी कठिनाई के दर्शन कर सकेंगे। मंदिर परिसर में सुरक्षा को लेकर सख्त व्यवस्था की गई है। लगभग 125 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। वहीं भीड़ पर निगरानी रखने के लिए 80 सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन का भी सहारा लिया जा रहा है, इसके साथ ही, सभी श्रद्धालुओं के लिए ज्वालामुखी मंदिर में लंगर की व्यवस्था की गई है।

 

बता दें कि मानसा पंजाब लंगर कमेटी श्रद्धालु पिछले 25 वर्षों से यहां लंगर लगा रहे हैं। लंगर कमेटी संचालकों ने बताया कि व्रतधारी भक्तों के लिए विशेष फलाहार की भी सुविधा उपलब्ध कराई गई है और बाकी श्रद्धालुओं को तीनों समय के भोजन की व्यवस्था की गई है। मंदिर अधिकारी मनोहर लाल शर्मा ने बताया कि 28, 29 व 30 सितंबर को मंदिर श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए 24 घंटे खुला रहेगा। मंदिर केवल आरती व भोग के लिए बंद किया जाएगा। पुजारी व न्यास सदस्य अविनेंद्र शर्मा ने बताया नवरात्रि में मंदिर प्रशासन की ओर से किए गए विशेष प्रबंधों से भक्तों को आसानी से दर्शन करने का अवसर मिल रहा है और नवरात्रों का यह पर्व श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जा रहा है।

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वहीं, चिंतपूर्णी मंदिर में हर दिन विशेष हवन आयोजन किया जाता है, जिसमें सुख, शांति और समृद्धि की कामना की जाती है। मंदिर के पुजारी बड़ी श्रद्धा और भक्ति के साथ इस हवन को प्रारंभ करते हैं। हवन में अग्नि को आहुतियां देते हुए विश्व शांति और समग्र कल्याण के लिए प्रार्थना करते हैं। मंदिर के प्रबंधन का कहना है कि इस प्रकार का नियमित हवन न केवल वातावरण को पवित्र बनाता है, बल्कि समाज में सद्भाव और एकता भी बढ़ाता है। हवन के जरिए व्यक्ति और समाज दोनों को सकारात्मक ऊर्जा मिलती है जिससे दैनिक जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।

वहीं, अवाहदेवी माता मंदिर में शारदीय नवरात्र की पंचमी तिथि पर इस बार श्रद्धालुओं की संख्या अपेक्षाकृत कम देखने को मिली। आमतौर पर नवरात्र के दौरान मंदिर प्रांगण में बड़ी संख्या में भक्त दर्शन व पूजन के लिए पहुंचते हैं। लेकिन इस बार भीड़ सामान्य से कम रही। हालांकि, मंदिर परिसर में चल रहे शत चंडी महायज्ञ और पूजन से पूरा वातावरण भक्तिमय बना रहा। यज्ञ की वेद मंत्रों की गूंज और आरती के स्वर से मंदिर क्षेत्र में धार्मिक उल्लास का माहौल बना रहा। मंदिर समिति के सदस्यों ने बताया कि नवरात्र के अवसर पर विशेष पूजा-अर्चना और अनुष्ठानों का क्रम नौ दिनों तक लगातार चलता रहेगा। आने वाले दिनों में अष्टमी और नवमी पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है।

 

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