

गवारडू के रमेश चंद पर गिरा संकटों का पहाड़, सेवा भारती आई सहयोग के लिए आगे : पवन डोगरा
रजनीश शर्मा | हमीरपुर
कई वार बिपरीत परिस्थितियों के कठोर प्रहार आदमी को ऐसे मोड़ पर ला कर खड़ा कर देते हैं, जहाँ वह लाचार और असहाय हो जाता है। कठिन परिस्थियां आदमी को मजबूत ही नहीं बनती कभी कभी कुदरत के कठोर प्रहार आदमी को तोड़ कर भी रख देते हैं।देखने वाले लोगों का हृदय भी पिघल जाता है। ऐसे लोगों को देख कर समाज के प्रत्येक व्यक्ति के अंदर नव रसों में से एक करुणा रस पैदा होता है। वह दीन हीन अवस्था में पड़े पीड़ित समाज की सहायता के लिए आगे कदम बढ़ाता है। हिमाचल प्रदेश में कई स्थानों पर सामूहिक रूप से पूरे पूरे गांव ही मिट्टी में बिल्लीन हो गए।

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सैकड़ों लोगों की जाने चली गई तो कुछ परिवारों के घर जमीनजोद हो गए।जिला हमीरपुर सुजानपुर के गांव गवारडू के एक निर्धन परिवार का भी रिहायासी मकान भारी बरसात के कारण गिर गया परन्तु जीवन का कोई नुकसान नहीं हुआ। परिवार में रमेश चंद आयु 62 वर्ष और उसकी पत्नी आशा देवी आयु 55 वर्ष ही हैं। 14 वर्ष पहले इनके बेटे की मृत्यु हो गई थी जो सुजानपुर के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान से आई टी आई कर रहा था। परिवार पर विपत्ति का यह बड़ा प्रहार था।इस क्षति को माता पिता झेल नहीं पाए। पिता रमेश चंद पागल हो गए और सरकारी अस्पताल हमीरपुर से उपचाराधीन हैं। कभी अभी दवाई पूरी न मिलने से रमेश चंद की दिमागी हालत बहुत बिगड़ जाती है और वह घर से भाग जाता है। पत्नी आशा देवी को माइग्रेन की समस्या है। उसे भी अनेक बार अस्पताल में दाखिल करवाना पड़ता है।
अभी भारी बरसात के कारण इनका घर गिर गया है। अब ये अपने एक पड़ोसी के घर में रहते हैं। सेवा भारती को जब इस घटना की जानकारी मिली तो गांव गवारडू में जा कर सेवा भारती की जिला इकाई के संयोजक पवन डोगरा, हरि दास, डॉ विकास,युव राज, अशोक कुमार, संसार चंद सोनी, कमलेश कुमार आदि ने पीड़ित परिवार को कुछ भोजन सामग्री, रसोई के बर्तन, गैस चूल्हा, तिरपाल, सौर ऊर्जा लाईट, टॉर्च, ग़द्दे, कम्बल, सेनेटरी पैड, चप्पल जूते, साबुन पेस्ट आदि सहायता सामग्री प्रदान कर मौक़े का अवलोकन कर भविष्य में भी संगठन की ओर से सहयोग करने का आश्वासन दिया।


Author: Polkhol News Himachal









