

निस्वार्थ सेवा संगठन संस्था आपदा की घड़ी पेश कर रही मिसाल
नहीं देखा गया दर्द बुजुर्ग माता की आँखों से छलके आँसुओं को नहीं देख पाए और की मौके पर आर्थिक मदद
संजय ठाकुर | ऊहल
आज बीड़ बगेहड़ा के नुगाड़ी गांव में आपदा ग्रस्त लोगों से मिलने का अवसर प्राप्त हुआ और वहां पर उनका नुकसान जायजा किया गया, जिसमें यह पाया गया कि वहां पर १५ परिवार जो कि अनुसूचित जाति में आते हैं, गांव को जाने तक का रास्ता पिछले दो सालों से डेह गया है और अभी तक वहां पर कोई भी मूलभूत सुविधा बीमार मरीज के चलते किसी को नहीं मिल पाती है। अगर कोई बीमार हो जाता है तो वहां पर एम्बुलेंस रोड तक नहीं है और गांव के बुजुर्ग लोगों ने जब निस्वार्थ भाव सेवा संगठन टीम के साथ में मेडिकल ऑफिस रजिस्ट्रेशन अध्यक्ष डॉक्टर सुरेंद्र सिंह डोगरा पहुंचे।
उन्होंने देखा और सुना गांव की वृद्ध माता का दर्द जिन्होंने एक जमाना देखा, उनकी आंखों में आंसू थे और दिल में बहुत बड़ा रोष था कि आज हम बुजुर्ग हो गए हैं लेकिन हमें कोई पूछने वाला नहीं है और शासन प्रशासन की तरफ से भी हमें यहां पर कोई मदद नहीं की जाती है। रास्ता बनाने में कुछ गांव वासी सहयोग करते हैं और कुछ नहीं करते हैं, जो नहीं करते हैं उनसे भी गुहार लगाई कि वह इंसानियत धर्म का रास्ता अपनाएं और रास्ता बनवाने में मदद करें। हमीरपुर मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन के अध्यक्ष और हिमाचल प्रदेश संयुक्त कर्मचारी महासंघ के उपाध्यक्ष डॉ. सुरेंद्र सिंह डोगरा ने विपिन कुमार जो कि पेशे से टैक्सी चालक हैं, घर पर एक मां जो कि बुजुर्ग है, पत्नी और दो बच्चे हैं, के घर का जायजा लिया और वहां पर पहुंचकर देखा कि घर खतरे की जद में है और जो घर बना हुआ है वह लगभग लगभग खतरे के निशान पर है कभी भी गिर सकता है।
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जिसके लिए उनकी मदद अपनी नेक कमाई से की ₹5000 नगदी देकर की, उन्हें आगे भी उनका डंगा बनवाने में मदद करने में जो सहायता बन पड़ेगी वह करेंगे आर्थिक तौर पर भी और इंसानियत तौर पर भी। आज शासन प्रशासन से नैतिकता के आधार पर सभी लोगों ने अपना मत रखा और यथासंभव मदद मिले और इस गांव में रास्ता मिले ऐसी गुहार की, सभी गांव के लोगों ने उनकी समस्या को जानने के लिए आये उन्होंने डॉक्टर सुरेंद्र सिंह डोगरा का आने पर बहुत-बहुत धन्यवाद किया और आभार व्यक्त किया कि उन्होंने जो इंसानियत दिखाई है इसके लिए वह सदा उनको आभारी रहेंगे।

Author: Polkhol News Himachal









