

नाला पार करते पानी के तेज बहाव में बह गए चचेरे भाई, एक की मौत, दूसरा लापता
पोल खोल न्यूज़ | मंडी
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में पंडोह पुलिस चौकी के तहत आने वाले शिवाबदार के सुमा नाले के तेज बहाव में दो चचेरे भाई बह गए। इसमें से एक का शव बरामद कर लिया गया है जबकि दूसरे की तलाश जारी है। मिली जानकारी के अनुसार सुमा गांव के 15-16 लोग सायर पर्व पर देवता शुकदेव ऋषि थट्टा के मंदिर गए हुए थे। जब यह लोग लाैट रहे थे तो सुमा नाले के पास यह हादसा पेश आ गया। वहीं, बताया जा रहा है कि इस नाले पर लकड़ियां डालकर अस्थायी पुलिया बनाई गई थी जो अचानक टूट गई और दोनों चचेरे भाई नाले के तेज बहाव में बह गए। ग्रामीणों की मदद से तुरंत सर्च ऑपरेशन चलाया। मृतक की पहचान सुमा गांव के प्रेम सिंह के रूप में हुई है। जबकि मनोहर लाल अभी तक लापता है। पंडोह पुलिस चौकी की टीम ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया। एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने हादसे की पुष्टि की है।
बता दें कि थुरल तहसील के अंतर्गत गांव गरडेड़ में मंगलवार सुबह 5:00 बजे भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ है जो अभी भी जारी है। लगभग 10 फीट तक जमीन धंस चुकी है और लगातार इसमें इजाफा हो रहा है। गरडेड़ गांव में 10 परिवार रहते हैं और सभी के मकान भूस्खलन की चपेट में आ गए हैं। दूसरे गांव के लोगों ने प्रभावितों को सुरक्षित निकाला। घरों की तरफ किसी को जाने नहीं दिया जा रहा। क्योंकि वहां लगातार भूस्खलन हो रहा है। चार मकान मलबे में दब गए हैं और कई मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त होक गए हैं। लोगों की गाड़ियां भी मलबे में दब गईं। थुरल तहसीलदार राजेश जरियाल ने कहर कि गांव के लोगों और पशुओं को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। गांव में अभी भी भूस्खलन हो रहा है। इसलिए प्रशासन ने किसी को भी आगे मकानों की तरफ जाने पर पाबंदी लगा दी है ताकि कोई अनहोनी न हो सके।
ये भी पढ़ें:बारिश का कहर : मंडी के निहरी में भूस्खलन की चपेट में आया मकान, तीन की मौत

वहीं, बिलासपुर के घुमारवीं क्षेत्र में बीती रात हुई भारी बारिश से बिजली बोर्ड को काफी नुकसान हुआ है। बारिश के कारण बिजली के खंभे उखड़ गए हैं, जिस कारण कुछ क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित हुई है। बोर्ड के कर्मचारी सुबह से विद्युत आपूर्ति बहाल करने में जुटे हुए हैं। सीर खड्ड का जलस्तर बढ़ने से कर्मचारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अधिकारियों का कहना है कि शीघ्र बिजली आपूर्ति बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है। कर्मचारी फील्ड में डटे हुए हैं।
वहीं, जिला ऊना के उपमंडल बंगाणा क्षेत्र की नलवाड़ी-तलमेहड़ा जोल सड़क कुछ स्थानों पर बारिश से दल-दल बन गई। वहीं थानाकलां-भाखड़ा सड़क के मध्य कोलका रायपुर मैदान के मध्य ज्वालापुर में सोमवार दोपहर तथा देर रात को भारी बारिश होने से सड़क फिर दलदल में तब्दील हो गई।

मंगलवार सुबह 10:00 बजे तक राज्य में तीन नेशनल हाईवे सहित 653 सड़कें बंद रहीं। 1205 बिजली ट्रांसफार्मर व 160 जल आपूर्ति स्कीमें भी बाधित हैं। मंडी जिले में 313, कुल्लू 153, शिमला 58 व चंबा में 26 सड़कें बंद हैं। माैसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से राज्य के कुछ भागों में 22 सितंबर तक बारिश का दाैर जारी रहने का पूर्वानुमान जताया गया है। आज कई भागों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
Author: Polkhol News Himachal









